1925 में आरएसएस का गठन हुआ था और 1947 तक किस आरएसएस के वर्कर ने देश के लिए शहादत दी है। उन्होंने कहा अब देशभक्ति का सर्टिफिकेट आरएसएस बांट रही है, जबकि अतीत गवाह कि आरएसएस के कई लोगों ने आजादी से पहले देशभक्ति नहीं गद्दारी की थी। वह दो शिक्षा संस्थानोें में मुख्य वक्ता के तौर पर जालंधर आए हुए थे और बाद में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
देश को संघ ने पूरी तरह से बांटकर रख दिया है। धार्मिक कट्टरवाद फैलाया जा रहा है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जेएनयू पर संघ कब्जा करना चाहता है। राम मंदिर के नाम पर आरएसएस व भाजपा दोनों लोगों को गुमराह कर रही है।
संघ की सोच व कार्यशैली ने आर्य समाज को खोखला कर दिया है। संघ को ऐसा लगता है कि जो जाति देश में पैदा हुई, वह देश भक्त है और जो जाति विदेशों से आई उनकी देशभक्ति संदिग्ध है। उन्होंने कहा जिस रास्ते पर चलकर कांग्रेस धर्म व जातपात की राजनीति करती आई है, उसी रास्ते पर अब मोदी सरकार व आरएसएस चल रही है।
देश को संघ ने पूरी तरह से बांटकर रख दिया है। धार्मिक कट्टरवाद फैलाया जा रहा है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी, हैदराबाद यूनिवर्सिटी, इलाहाबाद विश्वविद्यालय, जेएनयू पर संघ कब्जा करना चाहता है। राम मंदिर के नाम पर आरएसएस व भाजपा दोनों लोगों को गुमराह कर रही है।
संघ की सोच व कार्यशैली ने आर्य समाज को खोखला कर दिया है। संघ को ऐसा लगता है कि जो जाति देश में पैदा हुई, वह देश भक्त है और जो जाति विदेशों से आई उनकी देशभक्ति संदिग्ध है। उन्होंने कहा जिस रास्ते पर चलकर कांग्रेस धर्म व जातपात की राजनीति करती आई है, उसी रास्ते पर अब मोदी सरकार व आरएसएस चल रही है।
News Artical In शनिवार, 26 मार्च 2016 जालंधर
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