डाउट नहीं करोगे तो भेड़चाल वाली भेड़ बनकर रह जाओगे
अंधविश्वास मत करो। सवाल करो। 3 डी यानी डाउट, डिबेट और डाइसैट को अपने जीवन में अपनाओ। अगर आप डाउट नहीं करते तो आप भेड़़ है। क्योंकि भेड ही दूसरी भेड़ों की पीछे चलती है। क्योंकि उसके पास अपना दिमाग नहीं है। किसी को भी अपना गुरु धारण मत करो स्वयं अपने गुरु बनो। कहा, आज मनुष्य के अंदर जितनी भी बीमारियां है इनका कारण अहंकार है।
कहा हम भगवान को रोज रिश्वत देते है कि हमारा यह काम करवा दो हम यह चढ़ावा देंगे। डाकू भी मंदिर जाते है और भगवान को कहते है कि वह भी लूटे गए धन का 10 प्रतिशत हिस्सा मंदिर को देंगे। कहा, हम सबने ईश्वर को विकृत बना रखा है । ईश्वर तो सब को एक समान पैदा करता है। जब हम पैदा होते हो तो सब इंसान होते है कोई जाति नहीं होती किसी धर्म का ठप्पा नहीं लगा होता सब एक समान होते है हम उसे कहते है ‘तुम हिंदू हो ऐसे पूजा करो, ऐसे नमाज पढ़ो। सारे मनुष्य मिलकर उस छोटे बच्चे या इंसान को हिंदू, सिख, मुसलमान बनाते है।

आर्य समाज में किसी भी काम की शुरुआत मंत्रोंं से करते है जबकि हम उन मंत्रो का अर्थ नहीं जानते या सही अर्थ नहीं समझ पाते यह सबसे बड़ी विडंबना यह है कि हम उन मंत्रों के अर्थ पूछते भी नहीं।
News Artical In Dainik Bhasker 27th March 2016 Jalandhar
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